उसके साँसों की गर्मी और जिस्म की खुशबू अब तक मुझमें और इस बिस्तर पर बसी हुई है . आखिर क्यों ? क्यों... उसके साँसों की गर्मी और जिस्म की खुशबू अब तक मुझमें और इस बिस्तर पर बसी हुई है ...
बहुत थकान लग रही थी और मैं आज जल्दी सो गया। बहुत थकान लग रही थी और मैं आज जल्दी सो गया।
दफ्तर में उड़ती-उड़ती खबर थी कि सुवर्णा और अमित के बीच कोई खिचड़ी पक रही है। दफ्तर में उड़ती-उड़ती खबर थी कि सुवर्णा और अमित के बीच कोई खिचड़ी पक रही है।
मृत को दफनाने के अलावा और कोई अंतिम संस्कार किया जाना संभव नहीं था। मृत को दफनाने के अलावा और कोई अंतिम संस्कार किया जाना संभव नहीं था।
अब इधर ठंड बढ़ रही थी रात को यहां सर्दी काफी होती है । अब इधर ठंड बढ़ रही थी रात को यहां सर्दी काफी होती है ।
अगर वादा पूरा न कर सको तो वादा कभी मत करना। अगर वादा पूरा न कर सको तो वादा कभी मत करना।